Sunday, January 18, 2009

तेरी याद आईं मुझे आज फ़िर...
थम सा गया वक्त आज फ़िर...

चाहता था तुझे इतना कि कह ना सका
दिल में था प्यार इतना कि कर ना सका
ऑख भर आयी मेरी आज फ़िर...
थम सा गया वक्त आज फ़िर...

सोचता हूँ तुझे, तू ही ख़यालों में हैं
देखता हूँ तुझे, तू ही निगाहों में हैं
पल जी उठे, वो सुनहरें आज फ़िर...
थम सा गया वक्त आज फ़िर...

तेरी याद आईं मुझे आज फ़िर...
तेरी याद आईं मुझे आज फ़िर...

1 comment:

Ashi said...

o bhaiye jaha se maarta hai waha ko koi link ; paat thikana kuch to bata dia kar post me; e na cholbe; tujhe sharam nahi aayi bilkul; sabhi kuch bech k kha gaya; samaan k saath